merikavitay   (Suman Kushwaha)
31 Followers · 4 Following

Insta - merikavitay
Joined 9 March 2022


Insta - merikavitay
Joined 9 March 2022
8 AUG AT 19:37

संभलता नही ये दिल मुझसे ,हाय ये कैसी मजबूरी है
जरूरत नही जिनको मेरी, वो क्यु मेरे लिए जरूरी है।

-


3 AUG AT 20:36

अब उस दौड़ से गुजर रही है जिंदगी
जहाँ दोस्त और उनकी दोस्ती सिर्फ यादों मे बसा करते है।

-


18 JUL AT 19:21

हाय...ये कैसा नफरत जाता गया वो..
बेहद इश्क़ मे हद बता गया वो..

-


11 JUL AT 19:14

यहाँ तो लोग बात नही समझते,
जज्बात क्या ही समझेंगे।

-


7 JUL AT 20:16

खुद को हौसला देते देते, निरास हो जाती हूँ
हँसते हँसते जाने क्यु उदास हो जाती हूँ
मन मे हज़ारों बातें चलती है मगर
कहते कहते फिर बेअवाज हो जाती हूँ।

-


29 JUN AT 18:43

संतुष्टि... हर कमी को पूर्ण करती है।

-


26 JUN AT 18:49

वफा...
एक शब्द नही,
ज़िम्मेदारी है
एक साफ और निश्छल दिल की निसानी है,
एक पवित्र भाव है
घने वृक्ष की छाव है
हिमालय सा अडिग,
नदियों सी निर्मल,
समुद्र सा गहरा
और झीलों सा ठहरा इसका स्वभाव है।

-


17 JUN AT 19:58

हर रोज एक नयी सुबह होती है, शाम ढलते है..
आँखों मे अनगिनत ख्वाब पलते है..
समेटते है खुद को बिखरे पत्तों की तरह,
फिर,फूलों की तरह टूट कर हर रोज बिखरते है।

-


17 JUN AT 19:57

हर रोज एक नयी सुबह होती है, शाम ढलते है..
आँखों मे अनगिनत ख्वाब पलते है..
समेटते है खुद को बिखरे पत्तों की तरह,
फिर,फूलों की तरह टूट कर हर रोज बिखरते है।

-


7 JUN AT 18:45

उसके बेरुखी के बोझ को इस तरह ढोया है
कभी रोई है आँखे, कभी हर कोना दिल का रोया है।

-


Fetching merikavitay Quotes