"Life is too precious to waste on those who don’t value you."
S.k. Rathi-
ज़िंदगी जीना है तो बेवकूफ बने रहो,
समझदार होते ही आप ख़ुद को भूल जाओगे।।।
ना जीने देगी ये जिम्मेदारियां आपको,
इस भीड़ में भी अकेले नज़र आओगे!!
दुआ करो कि ये बचपन फ़िर लौट आये,
बड़े होने की जो सजा मिली है फ़िर कही इससे बच पाओगे!!
S.k Rathi-
शहर की ऊंचाइयां बता रही हैं यहां भीड़ बहुत है,
कहां आ गए हम सुकून की तलाश में।
हर चेहरा मुस्कान में लिपटा सा लगता है,
पर दिलों में यहां दर्द की साज़िश बहुत है।
S.K. RATHI-
काश फ़िर से उस बचपन में लौट जाऊं
कागज़ की कश्ती बनाकर दिल से मुस्कुराऊं!!
न हो कोई ग़म न जिम्मेदारी
हर फ़िक्र को बस फ़िर से पतंग सा उड़ाऊं!!
s.k Rathi-
प्यार क्या होता है कमज़ोर लोग क्या जाने
बातें करते है उम्र भर पर साथ देने की चंद
मुश्किलों में मुंह छिपाने वाले निभाना क्या जाने!!
S.k. Rathi-
कुछ जीत दिल की छाप बन जाती है
कोहली आज भी विराट है
ये बात बन जाती है!!
S.k. Rathi-
आप जीवन में अपना कर्म करने आए हैं
सफ़ाई देने नहीं बस वहीं करिए!!
लोग आपके बारे में जो सोचते हैं
वो ऐसा ही सोचेंगे!!
s.k.rathi-
मुश्किलें परेशान है हमसे
हम मुश्किलों को दगा देते है!!
वक्त कैसा भी चल रहा हो
हम बस मुस्कुरा देते हैं!!
S.k Rathi-
अब कम लिखता हूं मैं
लिखने में मेरे वो बात नहीं!!
ख़ामोश रहने में सुकुन मिलता है
अब वो दर्द के जज़्बात नहीं!!
S.k. Rathi-