Menka singh   (Menka singh)
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Joined 25 April 2020


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Joined 25 April 2020
2 JUL 2020 AT 14:39

I receive you with my whole heart and enthusiasm stock...
Because you fetch scrumptious grin for us...
that's why we were inter alia most awaiting you for us...
So come with fruition and rapture...
Eventually,you always being a crush for every green heart...
💚

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2 JUL 2020 AT 14:08

...हम तो कभी ना कुछ थे, और ना कभी कुछ होंगे
उनकी नजरों से ना कभी कुछ बने हैं ,ना कभी कुछ बनेंगे
जिंदगी हमारी है उनकी नहीं, यह कब वो समझेंगे
या हम खुद समझेंगे, दूसरों की नजरों से कब तक जिएंगे
जिस दिन हम यह समझेंगे, उस दिन हम असली मायने में इंसान बनेंगे...
सही और गलत की पहचान करेंगे...
खुद के नजरिए को सबके सामने रखेंगे...
और खुद के नजरिए से हम इस जिंदगी को जिएंगे
उस दिन इस जिंदगी को जिंदगी सुकून से कहेंगे
🌼
-Menka singh


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2 JUL 2020 AT 13:59

ज्यादा सोचने से कुछ नहीं होता
सोचने से बेहतर है करने पर ध्यान दें
बिना फल की अपेक्षा किए... ‌
...बस मेहनत करने को मान देय
मेहनत का फल जरूर मीठा होगा...
बस इस पर विश्वास कर आगे बढ़ने पर ध्यान दें
इसके अलावा और कोई सोचना रखें
क्योंकि जिंदगी एक कोरा पन्ना है
उस पर क्या लिखना है
कैसे लिखना है
वह हमारी सोच पर निर्भर
यह सच का कहना है
🌞
-Menka singh

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1 JUL 2020 AT 22:42

सिर्फ आंसू ही जाने
इस बहती हुई धारा का दर्द सिर्फ वही पहचाने
जिसका दर्द है या तो वो जाने
या फिर जिसने साह वो पहचाने...
इस दर्द की दुनिया के अलग ही है ठिकाने
खुशी में रोना तो बहुत कम ही जाने
पर इन से रिश्ता है गहरा
यह हम सब जाने...
सभी एहसासों से जुड़ा है
सभी दर्द में बड़ा है
इसीलिए
आंसुओं सा बहा है
सब कुछ सहा है

-Menka singh


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30 JUN 2020 AT 14:54

Ham usi raah se Chalte Hain
Jahan aksar roj dost bante hai sham dalte dalte
Bus ab aankh moond kar yakin kahan
karte...
Soch samajh Kar aitbaar to dur
Ab toh Ham unh Galiyo seh hi
raabta nahin rakhte...

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30 JUN 2020 AT 14:18

Life is in our hands when,
All unassertive folk
goes from our life,
Without doing playact with
Foolproof sight,
This is the sound time
when you have glimpse light,
To instate so many in life,
So, get up without musing
any moonshine,
With pious soul and euphoria diet,
Make this as your spirit
For implicit faith life,
Because our devotion is sanctified
to Terra glebe light.

-Menka singh

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30 JUN 2020 AT 11:31

Aj fir royi hu...
Kayi baar seh jayda royi hu...
Frk sirf itna h akele Kone m betkar royi hu...
Fut fut Kar Dil kholkr royi hu...
Usne mere ashuo ko tamasha kha...
M fir bhi chup rahi hu...
Har roj kisi na kisi k zindangi ka tamasha isi trah toh bana h...
Majboori hai sehna Kyu ki unka bas kisi or par kha
Chala h...
Isi soch seh toh har koi yha har roj sunta h har roj sehta hai...
Kab Tak hoga yeah ...kab Tak sab sahege yeah...
Kbhi toh woh waqt ayega...
Jo ek dusre ko ek dusre ki Kadar Karna sikhayage...
Ya fir inh gadih ki suiyo ki trah waqt chalta jayega...
Or na jaane kitni kahaniya likhta jayega...
Bas is soch ko ek nayi disha kab deh jayega...
Bhethi hu mein...or ab
Thak chuki hu m ...
Har majboori seh gujar chuki hu mein...
Khudko har roj jalil Kar chuki hu mein...
Bas ek umeed ki himmat seh reh gayi hu mein...
Kadi ish bheed m sabkuch seh gayi hu mein...
Ab bas ek umeed ki aash liye...
Apni ek nayi kahani
likh rahi hu mein...
🍁
-Menka singh

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30 JUN 2020 AT 11:21

...ऐसे लोगों की
जिसे आप कभी सही लगते ही नहीं
दे- दे चाहे आप अपनी जान भी
फिर भी खुद को साबित नहीं कर पाएंगे कभी
तो जरूरत ही क्या है ऐसे लोगों की...
खोखले लोगों का यह संसार है
जैसे खोखला यह हमारा समाज है
खुद को साबित करने जाओगे
तो बदनामी के...
किस्सों और कहानियों में तब्दील हो जाओगे
कभी-कभी तो अपना अस्तित्व ही मिटाओगे
इस खोखले से अपनेपन के लिए
खुद को बर्बाद करने की राह में आगे बढ़ते जाओगे
जरा सोचो और समझो
क्या जरूरत है हमें...
इनके मुताबिक और दिखावे में जीने की...
अब तो वक्त है...
आंखें खोल कर आगे बढ़ने की
और अपने बारे में सोचने की
🌼
-Menka singh

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30 JUN 2020 AT 11:09

सुनने को आज भी मैं बहुत तरसती हूं
तेरे साथ बिताए वक्त को आज भी याद करके रोती हूं
तू याद है मुझे आज भी हर पल इसी सोच कर खुश रहती हूं
तुझसे उस वक्त में बात नहीं कर पाई...
उस बात के लिए आज तक मैं खुद को कोसती हूं...
तेरी आवाज को मैं अपने कानों में सुनने को तरसती हूं
मैं हर रोज बैठकर यह घंटों सोचती हूं...
पर इस वक्त में मैं कुछ कर भी नहीं सकती हूं
तेरी यादों के सहारे तेरी आवाज
को भी बस कैद करके रख सकती हूं
❤️मेरे भाई ❤️
मैं तुझसे इतनी मोहब्बत आज भी करती हूं

-Menka singh


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30 JUN 2020 AT 10:42

...उनको
जिसने खो दिया हो पहले ही सबको...
तो इस शरीर के लिए डर कैसा उनको...
आत्मा तो है ही नहीं कहीं समझो...
अजीब सी नियति बन गई है यह कहलो...
ऐसा ही जीवन है इसे सह लो...
किसी के लिए यहां कोई हमदर्दी नहीं
इसीलिए यहां किसी को कोई डर नहीं ...

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