जचता ही नहीं 'आंखों' में कोई...
दिल 'तुम्हीं' को चाहे तो क्या करे..?-
Mehfuz Shaikh
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Joined 14 September 2017
1 JAN 2020 AT 0:53
27 DEC 2019 AT 10:31
दुनिया में सिर्फ 'दो' ही सच है...
एक 'हा' ओर एक 'ना'..!
बाकी सब 'हेराफेरी'..!-
27 DEC 2019 AT 10:22
જરુરી નથી કે' કુતરો' જ વફાદાર નીકળે...
કયારેય 'વફાદાર'પણ કુતરો નીકળી શકે..!-
24 DEC 2019 AT 12:06
किस्से बनेंगे अब के बरस भी कमाल के...
पिछला बरस गया है कलेजा निकाल के..!
तुमको नया ये साल..'मुबारक' हो दोस्तों...
मैं ज़ख्म गिन रहा हूँ, अभी पिछले साल के..!-
17 DEC 2019 AT 22:14
'दरवाजे' बडे करवाने हे...
मुझे अपने 'गरीबखाने' के..!
क्योंकि कुछ दोस्तों के
'कद' बढ गए हैं...
चार 'पेसे' कमाने से..!-
15 DEC 2019 AT 14:31
વૃક્ષ ઝંઝાવાત નહીં ઝીલી શકે...
તરણું ઊખડી જાય તો કે’જે મને..!
જિંદગી તારાથી હું થાક્યો નથી...
તું જો થાકી જાય તો કે’જે મને..!-
12 DEC 2019 AT 18:30
ये अलग बात है...
कि किनारे पर खड़ा हुँ ! पर...
इतना जरूर जानता हुँ के,
कौन कितना पानी में है..?-