गौर करो पत्ता रंग बदलकर खुद ही गिरता है,
कमबख्त इंसान रंग खुद बदलकर गिरा दूसरों को देता है।-
#meghakaushi... read more
मुझे मंजूर थे मोहब्बत में सब सितम मगर,
जब निभाने की बात आई तो वो बदल गए ।
बस कसूर क्या था मेरा एक बार ये बता जाओ,
चंद सांसे बची हैं अब आखिरी दीदार कर जाओ।।-
बचे हैं अभी परिंदे के पंख, उड़ान भी अभी बाकी हैं
मंज़िल का तो पता नहीं पर हौसलों में जान अभी बाकी हैं।-
होठों से ज़्यादा नशा तो आँखें ही करती हैं,
ये आँखें है जनाब जुबान से ज़्यादा बयां करती है।।-
ज़रूरी नहीं है हमें सब कुछ मिले,
याद कर ये किस्सा तूने ही मुझे बताया था...
और पाने की चाहत तो बस मेरी थी,
ये खोने का रास्ता तो तुमने अपनाया था ...-
कुछ यूं उठ रहे हैं आजकल तूफ़ान जिंदगी में
कि हर बहती हवा से डर लग रहा है।।-
बात कड़वी है पर सच्चाई है
जो इंसान अंदर से जितना दुःखी होता हैं,
वो बाहर से उतना ही ज्यादा मुस्कुराता है।।-
इश्क़ में सिर्फ़ दर्द मिलता है
इसलिए सोचा था कभी मोहब्बत नहीं करेंगे
पर शायद क़िस्मत में ही वो दर्द लिखा था-