कभी जब अकेले होते हैं ना, लाख ढूंढने पर भी जब सुकून नहीं मिलता , सबकी मोहब्बत सबकी दोस्ती फीकी लगती है ..... बस एक याद आता है तो वो घर .......... जहां तुम्हे बेशर्त मोहब्बत की जाती है ।
सफर में तू मिले , तुझमें हमसफर , हमसफर में हमदर्द मिले, हमदर्दी में खुशी, खुशी में सुकून मिले, सुकून में यादेँ , यादों में तू मिले , तुझमें खोई रहूं मैं , और तू राहों से बाहों में आ जाए