तारों को छू लो
बादल के पंख लगा
मौजों सी मस्ती ओढ़ो,
सपना हर पूरा कर लो
सूरज को मुठ्ठी में भर लो
एक ही जीवन है यारों
उसे जी भर के जी लो।।-
•Artist
दिन रात सपने देखा करता है,
कुछ सुनता ही नहीं
बस अपनी मनमर्ज़ी करता है,
फिर से कहीं टूट न जाए
इस बात से डरता है,
उसी के ख्यालों में खोया रहता है
जो उसे याद भी नहीं करता है...-
के पन्ने मत पलटिए जनाब
इसके सीने में दफन हैं
कई सारे राज़
कई अनसुलझे सवाल
जिनका मिला नहीं कोई भी जवाब
दर्ज है हर वो साथ
राह में छोड़ गए जो हाथ
जाग जाएंगे फिर से वो ख़्याल
भूली बिसरी हर याद
हर ज़ख्म हरा कर देगी
ये यादों की किताब...-
निहारते हैं चाँद को
हम इस ख़याल से
कि यही चाँद तो चमकता है
उसके भी आसमान में...
माना कि है नहीं
उनसे अब सरोकार कोई
बस दिल को तसल्ली है कि
इक ज़रिया तो है, हमारे दरमियान में...-
मजबूरियां भी इन्सान से
बहुत कुछ करवाती हैं...
केवल मन्मर्जियों से
ज़िंदगी बसर नहीं होती...-
दिल की है इबादत...
सिर पर चढ़ा जुनून है...
ख़्वाहिशों का सैलाब है...
अरमानों का हुजूम है...
मिल जाए तो नवाज़िश...
नहीं तो लगे सब फ़िज़ूल है...
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दो पल का कोई मेल नहीं...
पुराना कोई कर्जा़ होता है,
शिद्दत से निभाना होता है...-