बहुत मुश्किल है सफर में दोस्त मिलना, मिल जाती है सफर में हर महफिल । हर महफिल की अपनी ही एक दास्तां, दोस्तो, कोई हसता रहा कोई रोता रहा, यहां मुकम्मल ना हुआ जहाँ किसी का ।। यहां मुकम्मल ना............🙏🙏🌹🌹
झूठी तसल्ली से बहलाया ना करो अपने दिल को। हंसते चेहरों के पीछे दर्द छुपा होता है अक्सर।। तुम खुद ही देख लो कितने मुखोटे लगाते हो हर रोज तुम। फिर भी हंसते हो सबके सामने अपना दर्द छुपा कर।।
खोटी खोटी सब कहे माया खोटी काहे। क्या साधु क्या संत हो माया मन को भावे। बिन माया के पल ना गुजरे काहे निंदक पावे। कथा कहानी सुनते सुनते जीवन पाप कमावे। माया की निंदा ना कर तू जो हरदम साथ निभावे। माया काया मिलन प्यारा हर युग में यह भावे।
मुबारक हो त्यौहार दिवाली का दोस्तों। जगा दो दीयों को दिलों में अपने दोस्तों। थोड़ी सी जगह रखना दिलों में अपने दोस्तों। जो बिछड़े जमाने में, उन्हें पनहा देना दोस्तों। ना शिकवा ना शिकायत दिल में तुम रखना। आज मुबारक हो त्यौहार दिवाली का दोस्तों। जगा दो दीयों को दिलों में अपने दोस्तों।।