कि मोहब्बत तो सियासत
का चलन छोड़ दिया......
हम अगर प्यार न करते
तो हुकूमत करते ...........-
I don't care what you think about me...
I'm happy 😊
Atleast you think about me.......🤷🤜
कि मोहब्बत तो सियासत
का चलन छोड़ दिया......
हम अगर प्यार न करते
तो हुकूमत करते ...........-
मोहब्बत लिबास नहीं जो रोज़ बदला जाए...
मोहब्बत कफ़न है, पहन कर उतारा नहीं जाता...!-
कोई शहर था जिसकी एक गली मेरी हर आहट पहचानती थी...
मेरे नाम का एक दरवाज़ा था एक खिड़की मुझको जानती थी...!
(◕ᴗ◕✿)-
मुस्कुराहट पर तो, हज़ारों फ़िदा होते हैं, बात तो तब बनें,
जब कोई आंसुओं का हिस्सेदार बनें.....!!-
हमें किसी से मोहब्बत न थी मगर हमनें "
गुलाब तोड़ कर दुनिया को शक में डाल दिया"✍️
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"बड़ी मुख्तसर वजह है मेरे झुक कर मिलने की"
मिट्टी का बना हूं गुरूर जंचता नहीं है मुझ पर...!-
गिरते रहे हम सजदों में... हसरत-ए- इश्क़ की खातिर...
अगर इबादत -ए-खुदा में गिरे होते...
तो ज़िंदगी जन्नत बन जाती...-
हूं तो ख़ाक मगर मोहम्मद ﷺ से है निसबत मेरी
बस यही बात मेरी औकात बदल देता है-
ये फ़क़ीरों की महफ़िल है चले आओ मियां
ये भले लोग हैं औकात नहीं पूछते..!-