Meenujha QAFIYA   (Urdu_Meri_Jaan)
254 Followers · 93 Following

बस एक अनसुनी दास्तां हूँ...
Joined 9 December 2018


बस एक अनसुनी दास्तां हूँ...
Joined 9 December 2018
6 JUN 2023 AT 10:36

پروین شاکر
Parveen Shakir

-


31 MAY 2023 AT 11:44

No Sugar





Ever

-


28 MAY 2022 AT 0:58

अक्स-ए-ख़ुशबू हूँ बिखरने से न रोके कोई
और बिखर जाऊँ तो मुझ को न समेटे कोई

काँप उठती हूँ मैं ये सोच के तन्हाई में
मेरे चेहरे पे तिरा नाम न पढ़ ले कोई

जिस तरह ख़्वाब मिरे हो गए रेज़ा रेज़ा
उस तरह से न कभी टूट के बिखरे कोई

मैं तो उस दिन से हिरासाँ हूँ कि जब हुक्म मिले
ख़ुश्क फूलों को किताबों में न रक्खे कोई

अब तो इस राह से वो शख़्स गुज़रता भी नहीं
अब किस उम्मीद पे दरवाज़े से झाँके कोई

कोई आहट कोई आवाज़ कोई चाप नहीं
दिल की गलियाँ बड़ी सुनसान हैं आए कोई

Parveen shakir

-


26 APR 2022 AT 9:41

پروین شاکر
Parveen Shakir

-


8 MAR 2022 AT 8:35



सभी मातृशक्तियों को,
नारी दिवस कि शुभकामनाएँ
🌺🌺🌺🌺🌺🌺


-


25 JAN 2022 AT 11:08

जान देना तो एक लम्हे कि बात होती है,
ज़िंदगी देना मुश्किल है,
और मैंने तो ज़िंदगी का हर एक लम्हा,
तुम्हे दे दिया है,
तुम्हारे नाम कर दिया है...।।


Jaan dena to ek lamhe ki baat hoti hai,
Zindagi dena mushkil hai,
Aur maine to zindagi ka har ek lamha,
Tumhe de diya hai,
Tumhare naam kar diya hai....

-


21 JAN 2022 AT 15:07

बाज़ार में जिस
भी चिज़ कि
ज़रूरत होती है,
वह चीज़
बाजार में
बनाई जाती
है या फिर
वह ख़ुद-ब-ख़ुद
बन जाती है,
जैसे पहले
वैश्या "औरत"
होती थी पर अब
वैश्या "मर्द"
भी होते हैं..।
©Meenujha_qafiya

-


20 JAN 2022 AT 13:07

@nazzmkaraa_meenujha

-


20 JAN 2022 AT 8:54

Itna kuchh to hai mayassar,
Mujhe dekhne ke liye,tere siwa,
Par in aankhon ka khalipan
kambakht bharta hi nahin...

@Meenujha_qafiya

-


19 JAN 2022 AT 13:45

वास्तविक सूखा और अकाल,
तब पड़ेगा,
जब हम स्त्रियों के आँसू,
सम्पूर्ण रुप से सूख जाएंगे।
©Meenujha_qafiya

-


Fetching Meenujha QAFIYA Quotes