Meenu Garg   (छुअन)
951 Followers · 114 Following

😊
Joined 4 March 2019


😊
Joined 4 March 2019
7 OCT 2023 AT 14:19

एक कहानी के किरदार की तरह
खुद को ही तलाशती हू
खुद की कहानी मे•••।

-


25 JUN 2023 AT 13:51

कब तक जियुँ मैं ,
ज़िंदगी सौ लम्हाँ तो नहीं ...
एक पल में बिखर जायेगा...
ये आलम सारा,
ना याद आ मुझे...
ना तड़पा मुझे...
बस इतनी सी इल्तिज़ा है,
एक पल सुकुँ का दे,
रहम कर मुझपे...।

-


25 JUN 2023 AT 13:38

ख्वाहिशों से शुरु..
हकीकत पर खत्म ,
मन की चार दीवारी में ,
घुटते जज्बात ..
कहाँ अपनी मंज़िल पाते हैं ?
मन की अनगिनत परतें ..
यूँ ही बेजान रह जाती हैं,
मुकम्मल होने की चाह में ..!!

-


15 APR 2023 AT 15:53

जो अपनी ज़मीं की फितरत ग्रहण करके ही
अपनी ज़िंदगी को तराशता है।

-


22 MAR 2023 AT 23:28

बीते लम्हों की सौगात बनकर
अब भी हर पल में साँस भर देते है..

-


22 MAR 2023 AT 23:20

इल्ज़ाम लगने लगा है बेमानी मौसम पर ...
बेईमान सावन धड़कनों को फिर से तड़पाने लगा,
यादों की धुन में, हर बूँद आवारा होने लगी है..
नयनों का अश्क बनकर, फिर बरसने लगी है..!!

-


1 MAR 2023 AT 19:43

निगाहों ने तेरी ,सादगी को मेरी गुमराह कर दिया..
इश्क़ की गलियों में बदनाम हो चले हैं हम ..!

-


1 MAR 2023 AT 19:23

लम्हों का ज़खीरा बनके, ज़िंदगी भी ढल जाती है..
हर एक उस पल में, अलग किरदार निभाती है,
छोड़ जाती है कुछ निशाँ उस अनकही दास्ताँ के..
रुबरु होकर भी अनजान सी बन जाती है..!!

-


1 MAR 2023 AT 19:18

भरी बरसात में जैसे ...
आँखें छलक जाती हैं ,
मिट्टी की सौंधी खुशबू जैसे...
मन को सुकुँ दे जाती हैं ,
तेरी याद यूँ आती है..
भरी धूप में जैसे..
छाँव की ठंडक दे जाती है,
दूर से आता जैसे डाकिया कोई..
खाली खत पढ़वा जाता है,
तेरी याद यूँ आती है...
दिल में हजारों एहसास ..
जगा जाती है...!!

-


26 FEB 2023 AT 19:09

कहने को क्या बाकि रहा..
भीगी पलकें हैं दास्ताँ मेरी..!

वक़्त बेवक़्त की यादें भी..
बनने लगी हैं बेख्याली मेरी..!

चुपके से चुराई है मुस्कान अपनी..
बेवफ़ा होने लगी है, वफ़ाएं मेरी..!

खलिश रहने लगी है बेजुबाँ अब तो..
ज़िंदगी क्या सुलझाएगी, उलझनें मेरी..!

-


Fetching Meenu Garg Quotes