कि सच के रूप कई हैं
अंधेरों में उजाला और
उजाले में अंधेरा, दिखते नहीं है
एक दूसरे के लिए दोनों ही गलत
और अपने लिए दोनों ही सही हैं
सच तो यही है कि सच के रूप कई हैं ।
- Meenakshi Sethi #Wings of Poetry
19 DEC 2019 AT 1:13
कि सच के रूप कई हैं
अंधेरों में उजाला और
उजाले में अंधेरा, दिखते नहीं है
एक दूसरे के लिए दोनों ही गलत
और अपने लिए दोनों ही सही हैं
सच तो यही है कि सच के रूप कई हैं ।
- Meenakshi Sethi #Wings of Poetry