आ कभी देख मेरी हर नज़्म में तेरे अहसास का मंज़र, तू भी महसूस कर हर हर्फ़ में चुभता हुआ खंजर । - Wings Of Poetry
आ कभी देख मेरी हर नज़्म में तेरे अहसास का मंज़र, तू भी महसूस कर हर हर्फ़ में चुभता हुआ खंजर ।
- Wings Of Poetry