किसी का नमक खाकर ,
अहसान फरामोश होना ।
कितना आसान है यहां ,
टूटकर खामोश होना ।।-
,,,,,,,,, मधुकर स... read more
नीच जब अपनी नीचता पर आ जाए ,
तब उसकी प्रसंशा शुरू कर देनी चाहिए ,-
मुझे तुमसे बिछड़ना ही पड़ेगा ,
ये उम्र और इजाजत नहीं देती .... 😥-
ठोकर किस्मतों की न लगे उसको ,
चाहें ये उम्र जा लगे उसको ,
मेरे राम ! बेशक वो कातिल है ,
फिर भी मेरी बद्दुआ न लगे उसको ,-
बार बार टूटकर मुस्कुराता फिरता हूं ,
समझो ! कितना बेशर्म इंसान हूं मैं ?-
साथ में रहोगे तो बात अच्छी है ,
औकात में रहोगे तो बात अच्छी है ,
रहने को तो रह सकते हो नकारा बनकर ,
पर किसी के हाथ में रहो तो अच्छी बात है ,-
फिजा गैरत-ए-किरदार हमसे नहीं होगा ,
दिखावटी सतरंगी प्यार हमसे नहीं होगा ,
करना है तो कहीं और कर सौदा फरेब का ,
निज जमीर का व्यापार हमसे नही होगा ,-
बीमारी क्या है क्या बीमार को अता है ,
हकीम बैद्य डॉक्टर किसको ये पता है ,
इलाज इश्क का सिर्फ वही हैं जो ,
करके पागल पूछते मेरी खता क्या है ,-
सच सुनते ही बुरा मान जाते हैं लोग ,
झूंठ को सर सजाऊं ऐसी आदत नहीं मेरी ,-