Md Zahid Hussain   (- © Zahid)
47 Followers · 8 Following

read more
Joined 15 July 2017


read more
Joined 15 July 2017
10 JUL AT 13:50

क्या तमाशा है के, सब मुझको बुरा कहते हैं,
और सब चाहते हैं, मेरी तरह का होना।।

-


26 JUN AT 12:28

जितनी दूरी शहर से होती है,
उतनी ही दूरी ख्वाहिशों से हो जाती है,

जितना सुदूर रहता हूं,
उतना सुकून में रहता हूँ ।।

-


22 APR AT 23:36

मैंने ख़ुद में पैदा एक फ़न कर लिया है,
के ख़ुद को खुद ही में दफन कर लिया है,
ये ऐश व इशरत, ये जेब व जीनत पसंद नहीं अब,
मैंने अपने लिए हर कपड़ा कफन कर लिया है ।
Zainab

-


11 APR AT 8:03

नफ़रत गुनाह से करो, गुनाह करने वाले से नहीं।
शायद! वो तुम्हारी मोहब्बत में आकर गुनाह करना ही छोड़ दे।

-


11 APR AT 7:59

हमेशा सच बोलो ताकि तुम्हें कसम खाने की नौबत न आए।

-


27 MAR AT 5:36

सबसे ज्यादा, क़रीब और बड़ा दुश्मन अपना नफ्स है।

-


27 FEB AT 19:52

रूह तक रस्ता बनाया जा रहा है,
ज़िस्म को जरिया बनाया जा रहा है ।
ज़ख्म पर नहीं, आंख पर बाँधी है पट्टी,
चोट को अंधा बनाया जा रहा है ।
नस्ल को इस भीड़ का आदी बनाकर,
अस्ल में तन्हा बनाया जा रहा है ।
पाप को अंजाम देने के लिए अब.
धर्म को जरिया बनाया जा रहा है ।

-


18 FEB AT 8:18

'मौला अली (र.अ.)' फ़रमाते हैं कि किसी को, महफ़िल में मुँह पर बेइज्जती करना उसको क़त्ल कर देने के बराबर है।

-


30 JAN AT 8:47

शहर ने कहा लोगों से
आओ यहां जी लो
लेकिन,
याद रखना कि बुढ़ापे का सहारा
तुम्हारा गाँव ही बनेगा ।

-


27 JAN AT 12:05

इंसानियत का कद हमेशा हैसियत से बड़ा होता है।

-


Fetching Md Zahid Hussain Quotes