आईना पर कसीदा लिखने वालों ने बहुत लिखा है कि वह जो जैसा है उसको वैसा ही दिखाता है, मगर कोई बताए तो सही, वह दायां को बायां क्यों दिखाता है, No one is perfect
आता है तुम्हें खुद से लड़ना कुछ मुश्किल नहीं अगर तुम्हें आता है असफलता को स्वीकारना कुछ मुश्किल नहीं अगर तुम्हें आता है आलोचनाओं को बर्दाश्त करना कुछ मुश्किल नहीं अगर तुम्हें आता है अपने गुस्से को भी काम में लाना