कैसा यह जमाना है कांटों की तिजारत (धंधा) का
फूलो की दुकान लिए क्यों बैठे हो मेले में-
Md Phool Babu
14 Followers 0 Following
Humanity First.
Joined 2 June 2019
6 JAN 2022 AT 11:28
5 JUN 2021 AT 23:22
पढ़ी ज़नाजे की नमाज भी गैरो ने साहब
जिसके लिए हमने जान दी वो रह गए वुजू करते करते..
-
1 MAY 2021 AT 11:00
तड़प रहें है जिस्म, बिलक रहें हैं लोग
लाशों का अंबार है, मदद कीजिए
न बांधिए हुकूमत से कोई भी मदद
जाहिलो की सरकार है, मदद कीजिए
©यशस्वी शर्मा-
28 APR 2021 AT 22:08
चला था इंकलाब करने इक बूढ़े कंधे पर सवार होकर,
उसी से दगा करके कुर्सी से प्यार कर बैठा..।-
27 FEB 2021 AT 0:45
बिकेगा मुल्क तो उसमें घर तेरा भी आएगा,
अंध-भक्त तू क्या समझता है तेरा बाप तुझे कनाडा में फ्लैट दिलवाएगा?-
21 MAR 2020 AT 23:29
हैरत है तुमको देख के मस्जिद में ऐ 'ख़ुमार'
क्या बात हो गई जो खुदा याद आ गया-
21 MAR 2020 AT 23:15
ये सड़कों का सन्नाटा बता रहा है
इंसान ने कुदरत के साथ खिलवाड़ बहुत किया-
10 FEB 2020 AT 19:44
हम फूल देते हैं, वो लाठी और गोली चलाते हैं
हम आतंकवादी, और वो पुलिस कहलाते हैं-