कोई उम्मीद-ए-वफ़ा नहीं अब तुमसे, हां पर मैंने ये रिश्ता भी नहीं तोड़ा हैं, ऐसा भी नहीं की सिर्फ वक्त बिता रहा हुं मैं, हां पर मैंने अब दिल को भी तुमसे नही जोड़ा हैं, खो सा गया हुं मैं इन उलझनों में कहीं, हां सिर्फ मैंने तुम्हें ही नहीं खुद को भी तोड़ा हैं, अब तुम छोड़ जाओ मेरा साथ तो भी कोई गम नहीं, हां मैंने अब खुद को यूं बेबस सा छोड़ा हैं !!!
तेरी याद में रातों को जागना अच्छा लगता हैं , बेवजह तेरी हसरतों के पीछे भागना अच्छा लगता हैं , मैं जानता हूं तू मेरी हो नहीं सकती , पर तुझे दुआओं में मांगना अच्छा लगता हैं ।
Kyu tere sang wahi kahani, Wahi kissa dohrae ? Kyu phir tujh par kare bharosa ? Kyu hum phir se apna sabr azmae ? Ha tujhe nhi dikhti khamiya tujhme, To kyu hum tujhe teri kamiya ginwae ? Kyu de ek aur mouka dil todne ka ? Kyu na hum ab alag ho jae !!!
मोहब्बत के सफर में नोक झोंक तो होती रहती, पर उस नोक झोंक के बाद आप उसी शक्स को दोबारा पा सकते हैं जो सिर्फ आपको चाहता हैं, पर उस शाक्स को दोबारा नही पा सकते जो आपके अलावा किसी और को चाहने का मौका देना चाहता हैं।