4 JUL 2017 AT 21:15

तुम पन्ना लगाना
मैं गोंद लगाऊंगी
कुछ इस तरह समेट कर बिखरे पन्नें एक किताब बनायेंगे ।।

- [©M D Bhuradia "बाग़ी"]