औरत पर्याय है औकात में रहने का
मर्द पर्याय है मनमर्जी करने का
जनाब यही ढंग है समाज में जीने का ।।- [©M D Bhuradia "बाग़ी"]
23 JUL 2017 AT 21:24
औरत पर्याय है औकात में रहने का
मर्द पर्याय है मनमर्जी करने का
जनाब यही ढंग है समाज में जीने का ।।- [©M D Bhuradia "बाग़ी"]