मन कर्म और वचनों से गलतियां हो जाती हैं
शूरवीर वही हैं जो गलतियां फिर ना दोहराएं
अपने आपको को तन मन धन से शरण में लगा दे
उस परम पिता परमात्मा सतगुरु वकील साहिब जी के-
मेरे भीतर आत्म के इत्र बिखराए तुम हो II
आओ आपको एक रोज... read more
अजीब दुनियां के बहुत गरीब लोग हैं यहां
प्यार कदर ओर फिक्र कि कोई वैल्यू नहीं समझते
बस कार बंगला कोठी पद प्रतिष्ठा हो तो बड़ी हम
दर्दी और हाजरी भरते हैं यहां लोग...-
विश्व की सारी सुख सुविधा मिले तो क्या मिले
मुझे तो बस तेरा प्यार उम्र भर के लिए चाहिए
जन्म जन्म मेरे संग रहो तुम मेरी परछाई बनकर
सुनो ईश्वर प्यारे मनोज को पुष्प हमसफर चाहिए-
अपनी पहली मुलाकात से ही मैंने आपको
अपने जीवनसाथी के रूप में देखा हैं।
अपने दिल की ओर कहूं तो अपनी ये
मुलाकात जन्मों जन्मों का संगम होगी।-
इश्क के जहां में लूटा दिया हमने खुद को
फिर भी सनम ने नजरों से गिरा दिया
कहा मुझे मालूम है अपने शरीर के बारे मैं
तेरी दवा और दुआ कुछ भी नही ये इतला दिया-
मेरी रूह का वो आधा हिस्सा ले आना
और अपनी रूह की मोहोब्बत ले जाना-
Q.01 Aapke prem ne mere ko itna pvitr kiya h ki log khud bolne lge h uske jesi ladki nhi h bhut achhi h ?
Ansr....अपने प्रेम को अपने भीतर संजो के रखो उसकी पूर्ण देखभाल करो वहीं प्रेम तुम्हें आखरी पल में मालिक के दर्शन कराएगा हर पल अपने सतगुरु को याद रखो वह हमारा सच्चा साथी हैं बाकी सब तो मतलब के रिश्ते नाते है सच्चा रिश्ता तो केवल प्रेम का होता हैं जिसे मालिक ने खुद बनाया हैं हम आपके साथ हैं और हमेशा आपके साथ रहेंगे दुनियां की मान बड़ाई देखकर सत्य को मत भूल जाना बस प्रेम को जितना छुपा सकोगी उतना ही उसे निभा सकोगी और एक बात कहूं तो पवित्र होना तो बहुत अच्छी बात हैं और पवित्रता को हर पल बनाए रखना हमारी रूह के संस्कार और भगति भाव में कीर्यवान है अपना ख्याल रखना आपका अपना दास मनोज कुमार 😊😊-
किसी ने हमसे कहा कि तुम
डेरा जगमलवाली जाना छोड़ दो
तो हमारी रूह ने उतर दिया
कि हम जिस से मजाजी इश्क करते है उसे आज
तक नहीं छोड़ा उसकी गली में तो आज भी जाना अच्छा लगता है
तो फिर जिस से रूहानी इश्क उसको कैसे छोड़ दे
भई उस यार के घर को केसे छोड़ दे
इश्क किया तो फिर इज्जत मान सम्मान ऊंच नीच
कुछ मायने नहीं रखती हमारे लिए
हम तो आशिक है बस यार के लिए जीते हैं
और आखरी सांस तक यार के लिए जिएंगे
हमारा तो इश्क में कोई असूल नहीं है बस
एक छोटा सा असूल हैं एक के थे एक के हैं
और एक के ही हमेशा रहेंगे वो है मेरे सतगुरू
परम पूज्य परम संत सतगुरु वकील साहिब जी-
💞🅿️💞
मैंने सिर्फ तेरे दिल में
मेरी मोहोब्बत की मेहबानी देखी हैं
💞🅿️💞
तेरी अलख ए रूह मैं
मेरी रूह ए तलब की रवानी देखी हैं
💞🅿️💞
तेरी इन खुबसूरत आंखों में
सूरत अपनी मस्तानी देखी हैं
💞🅿️💞
बड़ी सजक और निगाहें वान ये तेरी आंखें
पुष्प को मनोज की दीवानी देखी हैं
💞🅿️💞
जहां के इस पार और जहां के उस पार
मनोज की पुष्प संग प्रेम कहानी देखी हैं-
*जो अपने किए वादे पूरे ना कर सके उसे क्या
कहते हैं कुछ ऐसे लोग यहां रहते हैं मनोज*-