सालो से ख्वाइश थी तुमसे मिलने की
किसी ने बताया कि तुम मेरे शहर आगयी
पर शायद किसी और का ही मिलना लिखा था उस दिन
देखो ये पागल बारिश ज़मीन से मिलने आगयी ।
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राधा को ढूंढे कड़ कड़ मैं
खुद कृष्ण बना फिरता है
जो होगी देवानी ढूंढ ही लेगी तुझको
क्यों आंखों में समुंदर लिए फिरता है।।-
अब क्या बताऊं मेरे कितना अज़ीज़ है वो
बस ये समझ लो उसके घर पर मेरा ज़िक्र रोज़ होता है।।
----मयंक-
कहते हो तुम की सुनलो सब, अय्याशी का नाम जवानी है
घूमो फिरो नाचो गाओ जिंदगी दो पल की कहानी है
जिंदगी किस तरह से जीए हर कोई आकर बताता है
प्यार मोहब्बत इश्क विश्क हर कोई करना सिखाता है
पर जिंदगी हर शक्स की इक जेसी कहा होती है
कही कोई मां बच्चो को खिलाकर भूखे पेट सोती है
कोई छोटे छोटे कंधो पर ही पूरे घर का बोझ उठाता है
अब तुम ही बताओ ऐसा बेटा अय्याशी कहा कर पाता है
ये समय कुछ ऐसा है की जीवन ही एक बड़ी जंग है
कोई कपटी है कोई सच्चा है सबके अपने ढंग है
कहते हो तुम की सुनलो सब, अय्याशी का नाम जवानी है
घूमो फिरो नाचो गाओ जिंदगी दो पल की कहानी है
।। मयंक ।।
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कहते थे उनसे कैसे चुप रहे, इज़हार करना थोड़ा मुश्किल है।
तुम्हारे शहर मे मिलती है मोहब्बत हर बाजार हर कूचे पर,
हमारे शहर मे दो पल सुकून मिल जाए थोड़ा मुश्किल है।
-- मयंक-
एक हसीन ख्वाब सी हो तुम
तुम साथ हो तो कोन ख्वाब देखने को सोता होगा
खुदा माफ ना करे जो रुलाऊ तुमको कभी
तुमसे बिछड़ के तो आंसू भी रोता होगा।।
--------- मयंक प्रताप सिंह-
Dard hokr bhi bedard hai
Ye dard mere kis kaam kaa
Sang hokr bhi anjaan h
Wo shaqs mere kis kaam kaa
-Mayank Thakur-
Roz koi taara tim timaata hai aur fir toot jaata hai
Roz koi mjhse yu milta hai aur fir ruth jaata hai
-Mayank Thakur-
Kitoobo se zyaada ye zindagi padhaati hai
Jo kahaaniyo m nhi milta wo duniya sikhaati h...
- Mayank Thakur-
Kuch patto se takraaya to phir teheniyo se mai rooth gaya
Kabhi leher esi uthi kahi ki paani me mai doob gaya
Dikhta tha poora gaon mjhe in pahaado se yu ikk jesa
Iss sheher ki bheedbaad mai naa jaane kaha mai chooth gya...
-Mayank-