27 DEC 2018 AT 22:23


तू खुद की खोज में निकल
तू किस लिए हताश है, तू चल, तेरे वजूद की
समय को भी तलाश है

जो तुझ से लिपटी बेड़ियाँ
समझ ना इन को वस्त्र तू
ये बेड़ियाँ पिघाल के
बना ले इनको शस्त्र तू

चरित्र जब पवित्र है
तो क्यूँ है ये दशा तेरी
ये पापियों को हक़ नही
की लें परीक्षा तेरी
तू खुद की खोज में निकल
तू किस लिए हताश है, तू चल, तेरे वजूद की
समय को भी तलाश है

- Take a one step