Mayank Jain  
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Being #भारतीय
A published writer✍
Joined 18 July 2017


Being #भारतीय
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Joined 18 July 2017
27 JAN AT 19:52

डूब जाता हुं,
यह सोचकर की
जब अकेले ही जाना है तो
प्यार शब्द ही क्यों बना!!

M.J.

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27 JAN AT 0:19

मुझे नहीं पता
मै अच्छा हु या बुरा
बस डर है
सबको खुश करने में
मैं खुद कही खो ना जाऊं...
मुझे नहीं पता
मेरे मायने है या नही सबके लिए
बस डर है
सबको समझाने में,
मैं खुद, खुदको भूल ना जाऊं...
मुझे नहीं पता
मेरे होने, ना होने का एहसास किसको है
बस डर है
सबको एहसास दिलाने में,
मैं खुद, खुदसे रूठ ना जाऊं...

M.J.

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21 JAN AT 15:10

आनंद का नव उत्सव आया
मृदंग, झूम ताल सब बजावत है,
वनवास की बेला समापत हुई
है राम आपका स्वागत है।

केवट की नैय्या पार लगा कर,
शबरी के झूठे बेर खुद खा कर
फिर तारो सबको, यही एक चाहत है,
है राम आपका स्वागत है।

मर्यादा की परिकाष्ठा तुम हो
सिद्धांतो के सिदार्थ तुम्हीं!
रघुनाथ के आगमन पर, गली-गली सजावट है
है राम आपका स्वागत है।

अहंकार की लंका को जला,
जन जन में आदर्श के दीप तुम्ही!
भ्राता लक्ष्मण, माँ सीता का अभिवादन है,
अवध में, श्री राम आपका स्वागत है।

M.J.

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1 JAN AT 0:32

दुखो का अंबार तुम यही छोड़ जाना
खुशियों की थैली एक, जोड़ जाना
ना गम, ना रंज, ना कोई दर्द हो पास
नए साल पर, ईश्वर से, यही दुआ समेटे जाना।

M.J.

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22 NOV 2023 AT 0:33

ये रात
ये चांद
ये समा
ये मुस्कान
और
तुम....

M.J.

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28 OCT 2023 AT 11:24

युग श्रेष्ठ का जन्म हुआ,
युग दृष्टा वो महान,
शरद पूर्णिमा का शशि वह,
है प्रणम्य! तुम्हे भगवान।

वह विशाल, वह प्रबोध भी
वही आदि, वीर, सिद्धांत,
हिंद महासागर से हिमालय तक गूंजा,
है निर्मोही! विद्यासागर वीर महान..

M.J.

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24 OCT 2023 AT 12:01

वध हो अंतर्मन में बैठे रावण रूपी बुराई का,
वास हो हर चैतन्य में, श्री राम की अच्छाई का,

M.J.

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24 OCT 2023 AT 11:45

प्रमाद पर विजय
इच्छाओं पर विजय
अंतर्मन पर विजय
शोक पर विजय
आनंद पर विजय
चिंतन पर विजय
चैतन्य पर विजय
जन्म पर विजय
मृत्यु पर विजय

M.J.

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21 SEP 2023 AT 16:09

एक आग अपने दिल में जलाए रखना,
ये युवाओं!!
ये घर, ये समाज, ये देश तुमसे ही है।

M.J.

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4 SEP 2023 AT 21:42

ताकता रहा, राह उन लहरों की, मैं सालो से,
आज वो छूकर क्या निकली, खुशियां छोड़ गई!!

M.J.

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