कामियाबी यूंही नहीं मिलती,निन्यानबे कदम तो चलने पड़ते हैं,एक कदम पाने के लिए...ll -
कामियाबी यूंही नहीं मिलती,निन्यानबे कदम तो चलने पड़ते हैं,एक कदम पाने के लिए...ll
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पैसों की किल्लत,अक्सर वाजिब शौखों से मुकर जाया करती हैं..।। -
पैसों की किल्लत,अक्सर वाजिब शौखों से मुकर जाया करती हैं..।।
सफरों के पैमाने तय करने का जिम्माआज भी हमारी मजबूरियों ने संभाल रखा है...।। -
सफरों के पैमाने तय करने का जिम्माआज भी हमारी मजबूरियों ने संभाल रखा है...।।
जिसके जहन में आज भी बस तेरा नाम है,वो भरे बाज़ार में दिलफरेबी से बदनाम है..।।"YoU" -
जिसके जहन में आज भी बस तेरा नाम है,वो भरे बाज़ार में दिलफरेबी से बदनाम है..।।"YoU"
यूंही तो शामे खूबसूरत नही होती,कुछ तेरे फिक्र होते हैं, कुछ तेरे ज़िक्र होते है..।।"YoU" -
यूंही तो शामे खूबसूरत नही होती,कुछ तेरे फिक्र होते हैं, कुछ तेरे ज़िक्र होते है..।।"YoU"
की हसीन तो वो शाम भी खूब रही होगी ना,जब मेरी नसीबी को तेरा दीदार हुआ था...।।"YoU" -
की हसीन तो वो शाम भी खूब रही होगी ना,जब मेरी नसीबी को तेरा दीदार हुआ था...।।"YoU"
यूंही हमारे खयालात इतने ना मिलते,कुछ फ़रियाद तुमने भी की होगी खुदा से, कुछ हमनें भी...।।YoU -
यूंही हमारे खयालात इतने ना मिलते,कुछ फ़रियाद तुमने भी की होगी खुदा से, कुछ हमनें भी...।।YoU
यूंही कामियाबी मिल गई, तो क्या मिलाअभी तो सब्रों की इम्तेहान बाकी है,चंद लम्हे मुकम्मल, जो ना हुए तो क्या हुआ?अभी तो सारी दास्तान बाकी है... -
यूंही कामियाबी मिल गई, तो क्या मिलाअभी तो सब्रों की इम्तेहान बाकी है,चंद लम्हे मुकम्मल, जो ना हुए तो क्या हुआ?अभी तो सारी दास्तान बाकी है...
यूंही कोई बेवफा नहीं होता,दोष कभी नियत का होता है, तो कभी क़िस्मत का..।। -
यूंही कोई बेवफा नहीं होता,दोष कभी नियत का होता है, तो कभी क़िस्मत का..।।
अरसों का इंतजार है इन सूखी दरख्त आंखों को,चंद बारिश की बूंदे कितने लम्हे संजो पाएंगी ?YoU -
अरसों का इंतजार है इन सूखी दरख्त आंखों को,चंद बारिश की बूंदे कितने लम्हे संजो पाएंगी ?YoU