दोस्ती कैसी होनी चाहिए ?
दूध में मिले पानी जैसी ।
दूध में पानी डालने से पानी दूध के गुण ले लेता है और दूध का भी विस्तार कर देता है ।
मगर सच्ची दोस्ती में वही पानी दूध को उबालने पर खुद को भाप बनाकर ख़तम कर देता है मगर दूध की रक्षा करता है और वही दूध पानी के जाने से शोक में उबलता हुआ बर्तन से बाहर निकलने लगता है और वो तभी रुखता है जब उसमें फिर से जल डाल दिया जाता है।
मतलब
दोस्ती वो जो दोस्त के अस्तित्व का विस्तार कर दे ।
दोस्ती वो जो स्वयं के अस्तित्व को ख़तम कर दे दोस्त के लिए।
दोस्ती वो जिसमें सुख और दुख दोनों ही दोस्त से जुड़ा हो।
दोस्त वो जिसके सामने कुबेर का खज़ाना भी फिका लगे ।-
27 JUL 2019 AT 23:32