गुरु कहूँ या जीवन की शिक्षा सम्पूर्ण,
तुम बिन हमेशा रहता मेरा जीवन अपूर्ण।
माँ के डाटने पर भी आप ही सँभालते,
स्वयं तनाव हो...तब भी मुझे खिलाते।
गलतियां तो अब भी करता हूँ,
इसलिए नहीं की कोई देखता नहीं,
अपितु इसलिए की एक बार तो आओगे डांटने...
आधार, छत अंतरिक्ष सब छोटे शब्द है,
पिता स्वयं में सर्वज्ञ ब्रह्म और ब्रह्माण्ड हैं।
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90'S Kid
PhiloPhobiac💔
Open for collabs.
#DarkMan