सफर में है लोग तो आना- जाना लगा रहेगा, मौसम है तो धूप-छाँव का आना- जाना लगा रहेगा खुद पर है विश्वास तो रास्ते हंसी- खुशी में कट जाऐंगे वरना गमों का आना- जाना लगा रहेगा!!
अब इतना क्या सोचना जिसे जो सोचना जिसे जो बोलना जिसे जो समझना वो वही सोचेंगे वो वही बोलेंगे वो वही समझेंगे छोड़ो औरों की बातें सोचना जो मंजिल को चाहा है पाना अब उसको पाने की कोशिश है करना अब इतना क्या सोचना चल पड़े है तो अब पीछे मुड़कर क्या देखना!!