भरोसा रिश्तों की मजबूती है,
चाय रिश्तों का सुकून।।-
सूर्य अस्त हो जायेगा,
ना वक्त मिले फिर पल भर।।
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अपना समूह फंटूश
व्हाट्सएप पर एक समूह बना, नाम *फंटूश* रखा गया,
मास्टरों की फ्रस्ट्रेशन के लिए ही, इसके स्वाद को चखा गया।
अब फ्रस्ट्रेशन से टीचर को, नहीं तनिक भी भय,
तो बोलो जै बाबा की जय, तो बोलो जै बाबा की जय|
कोई इसमें खाना भेजकर, रोज सबको खिलाये,
कोई अपनी कार को लेके, पूरे ग्रुप में घुमाये।
एक मिनट भी ऑफ हुए तो सौ से ज्यादा मैसेज तय,
तो बोलो जै बाबा की जय, तो बोलो जै बाबा की जय|
गर कोई दुविधा भेजे तो , बहत्तर राय पाए,
और ऐसी-ऐसी राय की वो अपनी दुविधा ही भूल जाए ।
खुशियां ही खुशियां यहाँ पर, ना होता कोई क्षय,
तो बोलो जै बाबा की जय, तो बोलो जै बाबा की जय|
एडमिन सारे बहुत ही बढ़िया, और मेम्बेर्स भी प्यारे हैं,
एक -दूसरे के गुण-अवगुण सब, लगभग मिलते सारे हैं।
प्रदीप करें धन्यवाद एडमिन का, जो हमको लिहिन हियां कय,
तो बोलो जै बाबा की जय, तो बोलो जै बाबा की जय|
प्रदीप गौतम
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वो वक्त और था जब सांसे भी पूछ कर ली जाती थी,
अब तो कत्ल करने के बाद,खबर तक नहीं लगती।।-
हमने तो जन्मों के लिए संभाला था तेरा गम,
पर ये कमबख्त वक्त,जख्म भरता गया।।-
जीवन में मुझ जैसे इंसान को क्या चाहिए।
तुम,तुम्हारा प्यार और तुम्हारी बनाई हुई चाय।।-
दुनिया की तमाम आफतों से बलाय मिल जाए।
अगर हमको तुम्हारे हाथों से चाय मिल जाय।।-
जनता रहे न रहे,देश रहे न रहे।
ये पार्टी रहनी चाहिए,ये सरकार रहनी चाहिए।।-