मुझ को मालूम है सच ज़हर लगे है सब को
बोल सकता हूँ मगर होंट सिए बैठा हूँ
कम से कम रेत से आँखें तो बचेंगी
मैं हवाओं की तरफ़ पीठ किए बैठा हूँ-
Masuq
(Masuq)
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There is not any special quality but i never make a friend for self profit.
Joined 5 June 2019
30 APR 2024 AT 20:02
16 APR 2024 AT 10:55
जिन के आँगन में अमीरी का शजर लगता है
उन का हर ऐब ज़माने को हुनर लगता है-
4 APR 2022 AT 12:20
Congrats me, for 2.0k likes
it's not a big achievement,
but it's not bad...-
28 MAR 2022 AT 8:03
शौक़ से निकालिए नुक्स मेरे किरदार में साहब।
आप नहीं होंगे तो मुझे तराशेगा कौन?-
18 MAR 2022 AT 8:19
होली के रंग
तेरे संग,पूरे करूं मैं अपने उमंग,
होली के रंग
तू देना मेरा साथ
अपना हाथ, फेरूं उनके गालों में,
अंगुलियां उलझाना है उनके बालों में,
होली के रंग,
तू देना मेरा साथ,
डरता हूं उनके करीब जाने से,
अरमान पूरे करना है आज तेरे बहाने से,
होली के रंग,
तू देना मेरा साथ
चेहरा अपना इन रंगों में छुपा के,
कह दूंगा जो दिल में रखा है कब से दबा के।
होली के रंग,
तू देना मेरा साथ।-