कफन सिल चुका है मेरे जिस्म के नाप का
अब बस पहनना बाकी है,
तुम कहती हो कि दूर हो जाओ मुझ से,
हो जाऊंगा बस सांसों का टूटना बाकी है...
-
बस इतना समझ लीजिये
जिस इश्क़ को कभी जीता था
आज उसी इश्क़ से मैं ह... read more
जिस शिद्दत से आज मुहब्बत मांग रहे हो न
कल उसी शिद्दत से जान की भीख मांगोगे-
वो बातें, मुलाकातें, अब नहीं होती
कि मुझसे मुहब्बत अब नहीं होतीं
मैं करता हूँ इश्क़ तुमसे बेपनाह
मगर वो इकरार की बातें अब नहीं होती
तू है मेरी दिल की धड़कन,
मगर धड़कन ये महसूस अब नहीं होती
सोया हूँ एक अरसा बीत गया
तेरी यादों से तकलीफ़ अब नहीं होती
कि मुझसे मुहब्बत अब नहीं होती....-
सुदामा ने जैसे,
निर्धन भी होता है; धनवान कैसे
होती है क्या रणनीती ,
सीखा हो अर्जुन ने जैसे
है दुनियाँ क्या चीज
सीखा हो सूत पुत्र करण जैसे
मर्यादा, धर्म, मित्रता और रक्षा
सीखा है योगी ने भी कुछ ऐसे-
इश्क़ में डूब जाता हूँ, जब नाम तेरा आता है।
पलकों में सजा लेता हूँ, जब ख़्वाब तेरा आता है।
यूँ तो गुज़र जाती है और गुज़र जायेगी जिंदगी तन्हा,
मगर ठहर जाता हूँ उस मोड़ पर जब नाम तेरा आता है।-
अगर पहला प्यार सच्चा था तो दूसरा साथ क्यों?
और अगर दूसरा साथ है तो पहला याद क्यों?
-
ज़िंदगी आज किस मोड़ पर आ खड़ी है
कि गरीबी, महंगाई से आ लड़ी है
-
उम्मीद करे भी कैसे जो कहते है
मैं तुम्हारा हूं पर हकीकत में वो हमारे हैं नहीं-