चिता की आग में शरीर जले ,
जलन की आग में आत्मा,
एक मे बेचैनी मिले ,
एक मे मिले है परमात्मा।
:- मास्क मेन-
वो अजनवी है उस से तुम्हारी शादी होगी तक का सफर , ये ... read more
मुझको अब इस बात का डर हो रहा है कि,
मुझको अब किसी चीज से डर क्यों नही हो रहा है।-
जिसके हर मुसीबत में ढाल बनके खरा था मैं,
वही पीठ पर भाला चला गया,
दुश्मन तो मिला नही कोई , अपनो के हाथों मैं मारा गया।
:- मास्क मेन-
मेरे आँखों की बूंदे ओले बन उनपे बरसेंगे ,
ज़िन्दगी ऐसी मिलेगी ,वो मौत को तरसेंगे ।
:- मास्क मेन-
If you judge me you will never find my real me,
Then you find me as prisoner.
:- Mask Man-
ठोकरें खाओगे तुम दर बदर ,
मुझको जो ठुकराया है तुमने इस कदर।
:- मास्क मेन-
हम शहर तो आ गए , शहरी ना हो पाए
हा, हम मतलब के काम तो आ गए ,
हम मतलबी ना हो पाए ।
:- मास्क मेन-
ना जाने लोग दुश्मन क्यों बनाते हैं,
जबकि लड़ना तो ज़िन्दगी से है।
:-मास्क मेन-