तुमसे मोहब्बत तो उसी दिन हो गई, जिस दिन तुम्हारी सादगी में खुद को पाया ,
कि तुमसे मिलने की चाहत तो उसी दिन बढ़ गई ,जिस दिन इस सफर में कदम पहले तुमने बढ़ाया ।
ऐसे ही एक रात इन आँखों से आंसू भी तुमने गिरवाया ,
प्यार तो खूब किया है तुमसे पर आज तक जताना नहीं आया ।
तुम्हारी मोहब्बत में बेरुखी भी सही है हमने ,
पर मेरी जान इस चेहरे पे मुस्कान,
बेहिसाब लायी है तुमने।
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