तू मत घबरा, बल्कि रख भरोसा खुद पे इतना कि तू भी चमकेगा।
हर उस सितारे की तरह ना सही, मगर उस सूरज की तरह।
मै कह रहा हूं ना, मान लो मेरी बात को, भले ही तू भूल गया मगर मुझे सब याद है।
मुझे याद है जब तूने पहली बार अपना वो सपना संजोया था।
मुझे याद है कि तूने हार ना मानने वाले अपने मा पापा को देखकर एक कदम आगे बढ़ाया था।
फिर एक दिन ठोकर खा कर तू लडख़ड़ाई थी, मगर फिर गिर कर भी तू मुसकाई थी।
कहा था तूने उन सभी अंधेरों को देखकर एक बार, की भले ही सूरज ना निकला हो मेरे आशियाने पे,
मगर मेरा तेज भी एक दिन उस सूरज की रोशनी की तरह तुझ अंधेरे को मिटाएगा।
बस अब मत घबरा अभी तो आंखें खोल कर लिए उन सपनों को साकार कर।
उस अंदर कि आग को फिर से तू ही सरोकार कर।
पिंगला दे कठोर राह को भी और एक गौता उस मे भी मारकर अपनी एक अलग पहचान कर।
रख भरोसा अपना कायम और एक कदम तो तू उस पार कर।
तू मत घबरा ना कह दिया बस, क्योंकि तुझी से ही तो मै हू और तू मुझपर विश्वास कर।
अपने नाम से सूरज जमीन पर लाने का एक कदम आगे बढ़ा कर अपने इस समय मैं एक अलग पहचान कर।
क्योंकि तू मान ले मेरी बात की तू भी चमकेगा। हर उस सितारे कि तरह ना सही, मगर उस सूरज की तरह।
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