बेफिक्री कहां थी मेरी बातों में
बस हर वक्त उस वक्त की यादें थी
कैसे मान लूं उनके कहे शब्दो को सच
कोई जिद तो न थी हमारी
छोड़ कर अधूरा शब्द निरर्थक सा कर चले गए-
जमीन से आसमान तक उसका ही नामो निशान है
वो तेरी हर एक उम्मीद का जवाब है
कर ले यकीन उस पर
वो तेरे लिए और तेरी खातिर हर वक्त तैयार है-
मेरी आंखों की नमी कहने लगी
कहीं कोई कसक अभी बाकी है
दिल में दर्द उनके था
तड़प आज भी हमारे दिल में बाकी है-
ऐसा तो नहीं इंतजार है
दिल के बेजान हो जाने का
इस वक्त को
अब तो कर ले मुझ से सुलह
ए वक्त कोई तो भेज जो आकर
कहे और पूछ ले हाल दिल का
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then you will say what you have hide
in heart everything.Don't forget that
your choice is important ,how you live in your life-
जब जानकर भी दुनिया के दस्तूर को
खो जाते है कुछ मीठे सपनो में अंजान बन-
बहुत देर तो नहीं हुई सफर अभी बाकी है
कलम लिख रही है दास्तान सफर की
कलम खुद मंजिल ढूढ लेगी अंत में
यकीनन जीत होगी सियाही का रंग निखर उठेगा-
कई पहलुओं में बटे होने के बाबजूद
अपने हर पहलू को पूरी तरह से निभाता है
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छोटे छोटे पलों को समेटने की
कोशिश फिजूल थी
जब थी दोनों की राहें जुदा
मंजिलों को मिलाने की
कोशिशें बेफिजूल थी-