manthan kushwaha  
18 Followers · 21 Following

ये तो बस यादे है।
Joined 18 January 2018


ये तो बस यादे है।
Joined 18 January 2018
26 MAR AT 23:28

आओ कभी
मयखानों की महफिलों में,
खुशबुओं की हवा बिखेरी जाएगी,
......
इश्क सुनाया जाएगा।

-


16 NOV 2024 AT 22:42

ये बख़ेलिया, उन जिस्मों की
मुझे, बिखेर के ले गई
मैं सांसे बटोर रहा था और,
मुझे वो खुशबुएं समेट के ले गई।

-


28 SEP 2024 AT 22:45

मतलब की दुनिया का हुजूम लगा है
सब तन्हा बैठे है
बता कुछ रहे है, दिखा कुछ रहे है।
पड़ी हैं शराफत कही मिट्टी में
गुजर रहे है, निकाल रहे है
निगाह किसी की नही है।

-


13 SEP 2024 AT 21:38

ए तमन्ना ओ हसरते मसरूफियत
बना तो लेने दे खुदको
या मिटा ही देगी मुझको।

-


28 JUL 2024 AT 0:28

ये दुनियां ए गुफ्तगू ए गुलिस्ता क्या
मैं यहां तू यहां
मैं कहा तू कहा

-


3 JUL 2024 AT 20:39

क्या किया,
बना लिया खुदको,
सुन लिया, सुना लिया
बोल लिया, बता लिया,
समझ लिया, समझा लिया
क्या किया
मिटा दिया खुद को

-


13 JUN 2024 AT 23:29

हाल पूछा तुमने,
हाल ऐ बयां क्या करे हम
हसरतो से वफा कैसे करे हम
हसरते उन वफाओं की
उन खूबसूरत निगाहों की
उन कशीश ओ हवाओ की
हालत ऐ फिजाओं की
बयां कैसे करे हम।

-


13 JUN 2024 AT 22:24

शाम ए सुकून ए हाल में क्या था
एक मैं था एक हया थी।

-


21 APR 2024 AT 16:20

हम शोहरत खोजते रह गए
अपनी नाकामयाबियां छुपाते छुपाते
इंसान बदल गया
हमे कामयाब बनाते बनाते।

-


14 APR 2024 AT 18:34

मैने लिखा, तुम्हे लिखा
तुम्हे ही लिखता रह गया मैं
तुम मिले, तुम्हे देखा
और तुमकों ही देखता रह गया मै।

-


Fetching manthan kushwaha Quotes