रोज़ बहुत से लोगों से मिलती हूं,
पर लोगों में मिल नहीं पाती।-
Iɴ ᴀ ᴡᴏʀʟᴅ ғᴜʟʟ ᴏғ Wᴏʀʀɪᴇs, ʙᴇ ᴀ Wᴀʀʀɪᴏʀ!⚔️
UP37....Bhaukaal😎⚡🔥
📌 Lᴇᴀʀɴᴇ... read more
वो क्या जानेंगे हाल-ए-दिल हमारा दूर से देखकर।
उनको क्या पता
लाखों सितारों के बीच, कितना तन्हा होगा ये चांद।-
इतना ज़्यादा लिखना नहीं चाहती तुम्हारे बारे में,
मेरी कलम को भी तुमसे मोहब्बत हो गई तो?-
गलतफहमियों से मैंने धूल हटा ली
अब कोई कहे कि साथ हूं तेरे तो मुस्कुरा देते हैं...🥀-
मैं वो राज़ हूं
जिसका राज़ उस राज़ को भी नहीं पता,
जो राज़ मेरे अंदर राज करके रहता है...-
गिर कर संभालना भी एक सीख है,
जो मांगना पड़े वो हक नहीं, भीख है।
यूंही नहीं मुस्कुराती मैं हर बात पे,
इस मुस्कुराहट के पीछे छिपी एक चीख है।
कोई सुन लेता तो क्या ही बात थी...
क्या हुआ, नहीं सुना किसी ने?
चलो ये भी ठीक है।-
ऐसी हालत न बना जिंदगी की,
कि किसी से कहने लायक रह ना सकूं..
इतना दर्द न दे ए खुदा,
कि जिंदा रह ना सकूं!-
आज फिर लगा दिल अपनी हदें लांघने,
आज फिर गया था मंदिर में तुझे मांगने..🤲🌹-
आंखों में थी आंखें,
बाहों में थे आप!
आंखें खुली तो पता चला,
सपने में आए थे जनाब..❤️-
बैठे-बैठे अचानक तुम्हारे ख्यालों में खो जाती हूं,
तुम्हारी तस्वीर देखते-देखते सो जाती हूं..
ख्वाबों में मुलाकात हमारी रोज़ होती है,
संग बिताए पल याद कर मुस्कुरा जाती हूं..
तुमसे मिलने के इंतज़ार में खुदको खो देती हूं,
तुमसे ना मिल पाने के दुख में रो देती हूं..🥀-