आँखो से आंसू बहते गये
और मुँह से कुछ बोला नहीं गया....-
21 JAN 2023 AT 19:04
तुम्हे याद है ना जब मै उदास होती हूं
तो अपने दर्द को कागज पे उतार देती हूँ
लेकिन तुम्हारी जुदाई के दर्द के लिए
ना तो लफ्ज मिल रहे हैं
और ना ही कलम चल रही है....-
12 JAN 2023 AT 17:14
बहुत मजबूत हूँ मैं हर बार खुद को समझाती हूँ
और खुद को समझाते हुए अक्सर ही रो देती हूँ😥-
12 JAN 2023 AT 16:42
दिन ब दिन हिम्मत जवाब दे रही है
लगता है
इक रोज यूँ ही मर जायेंगे ....
Missing you😥-
14 APR 2022 AT 16:33
मुस्कुराने को जी चाहा
पुराने नगमे गुनगुनाने को जी चाहा
जी चाहा कि खुल के जी लूँ एक बार,
आज फिर से दिल लगाने को जी चाहा-
11 AUG 2021 AT 18:28
ਨੂੰਹ ਬੀਮਾਰ ਪੈ ਜਾਵੇ ਤਾਂ ਸਹੁਰਿਆਂ ਨੂੰ,
ਬੀਮਾਰੀ ਨਾਲੋ ਇਸ ਚੀਜ ਦੀ ਫਿਕਰ ਜਿਆਦਾ ਹੁੰਦੀ ਹੈ
ਕਿ ਹੁਣ ਰੋਟੀ ਕੌਣ ਬਣਾਊ ????
ਫਿਰ ਕਹਿੰਦੇ ਬੇਗਾਨੀਆਂ ਆਪਣੀਆਂ ਨੀ ਬਣਦੀਆਂ...-
18 JUN 2021 AT 18:59
अजब चराग़ हूँ दिन रात जलता रहता हूँ
मैं थक गया हूँ हवा से कहो बुझाए मुझे
- बशीर बद्र-