15 NOV 2019 AT 9:57

समर्पण का अर्थ सिर्फ किसी एक केंद्र/आराध्य पर ही समर्पण नही है, अपितु प्रत्येक केंद्र से विरोध का विसर्जन भी है उसके पहले तक समर्पण नही सिर्फ समर्पण का प्रदर्शन ही है।
'मनु'

- Dr. Manoj soni