बेहद आसां है तमाशा करना,
महज लम्हें बता दो राज़ के।-
dakshana
iitian
अभियंता का छात्र हूं,
तारों में शब्द पिरोकर,
मशीनें चला देता हूं।
वे च... read more
ज़ख्म मेरे हैं सब हाल देखने आए है,
तस्वीर है धुंधली फ़िर भी देखने आए है,
ए मनोज तू अपने ज़ख्म ढक के रख ले,
उसपे सब के सब नमक फेंकने आए है।-
ज़ख्मी सा शेर मेरा, फासला ही राखिए।
रहा मेरे जख्मों का, आपने ही तो दिए।।-
जहां प्रेम नहीं
सब मतलब के ही लोग होते सब मतलब की होती हैं बातें।
मुख पे राम सबै रखे और पीठ पीछे इक दूसरे को ही काटें॥-
आसां है बेमौत मारना, बेवजह बदनाम है जहर तो,
पिया हो गम जिंदगी भर, उसे थोड़ा इश्क़ चखा दो।-
तसव्वुर मेरे इश्क़ का कैसे बयां करोगे,
राख हो गया अब तुम कैसे दगा करोगे,
इश्क़ के नाम पर जो एतबार जताए थे,
मुझे छोड़कर तुम किससे वफ़ा करोगे।-
इक नए अतीत ने अतीत को ललकार दिया,
युद्ध दोनों का हुआ पर मुझको ही मार दिया।-
हिम्मत देता है जज़्बा देता है सिर्फ़ तू कायर न हो,
वो सपने, सपने नहीं, जो औकात से बाहर न हो।-
सोपान हमने इश्क़ के इस तरह बनाए हैं,
वादा बाद में करेंगे पहले हम निभाएंगे।-