“ मिट्टी सी हैं ज़िंदगी पल में मिट्टी हो जाऊँगा,यू ही तड़पता हूँ जीने को इक दिन तो राख हो जाऊँगा “ - मन
“ मिट्टी सी हैं ज़िंदगी पल में मिट्टी हो जाऊँगा,यू ही तड़पता हूँ जीने को इक दिन तो राख हो जाऊँगा “
- मन