किसीने बिना काम के मेरा दरवाजा खटकाया है,
लगता है मेरे दरवाजे पर मेरा दोस्त आया है।-
किसी को गाड़ी, किसी को पैसा
किसी को याद रहती है जात मेरी।
वह मेरा दोस्त बड़ा अच्छा है,
उसे याद रहती है बस बात मेरी।।-
वो हाथ पकड़ के मेरे कंधे पे सो रही है,
मुझे डर है की मंजिल जल्दी न आ जाये।-
एक छोटा बच्चा भी,
बड़े काम कर सकता है।
किसी की मदद किया करो,
बड़ा अच्छा लगता है।।-
ऊपर मकड़ी है, इसलिए ऊपर जाला है,
हमारे घर में माँ है, इसलिए हमारे घर में उजाला है।
-रक्षित-
ख़ुदा से माँ की किताब मांगी,
उसमें जितनी भी दुआ दिखाई दी।
बच्चे, साथी अपनों की खुशियां,
और कोई न दूजी बात दिखाई दी।।
माँ का नाम तो नजर ही नहीं आया,
जितनी भी दी, दूसरों को दुआएं दी।
मैं खुदको उनके पैरों की धूल समझता रहा,
उन्हें तो मुझमें, पूरी दुनिया दिखाई दी-
मैं कितना धीरे धीरे समझता हूँ,
वो कितना तेज तेज बोल जाती है।
मैं कितना धीरे धीरे बोलता हूँ,
वो कितना तेज तेज समझ जाती है।।-
मैं समझ नहीं पाता कैसे समझती है,
इशारे समझती है, अनकही समझती है।
मैं मान लेता हूँ उसकी बात अक्सर
वो मेरी बात तो नहीं समझती,
पर मुझे समझती है।-
उम्र ढल रही हो या चढ़ रही हो,
दोस्ती का हर मौसम जावानी में है।
आज उसने मेरी टांग नहीं खींची,
लगता है मेरा दोस्त परेशानी में है।-
तू पूछ पूछ के सवाल हजार,
मुझे सता जो रहा है।
मैं
गम
परेशानी
टेंशन
सब भूल रहा हूँ,
तू मुस्कुरा जो रहा है।।
HAPPY BIRTHDAY BETA-