जब किसी चीज़ की अति हो जाती है तो समझ जाना चाहिए कि उसका अंत निकट है और निश्चित भी। - MS
जब किसी चीज़ की अति हो जाती है तो समझ जाना चाहिए कि उसका अंत निकट है और निश्चित भी।
- MS