manju singh  
6 Followers · 5 Following

Joined 29 December 2018


Joined 29 December 2018
18 MAY 2022 AT 23:08


सबको किए का दंड मिलता है
मैं सब कुछ देखता है
पाप और पुण्य का हिसाब रखता है
कहां तो जाता है पर
ऐसा लगता नहीं

-


5 FEB 2022 AT 15:47



कैसे जीते हैं हम, जहर पीते हैं हम
तुम्हे नही मालूम— % &

-


30 JAN 2022 AT 21:17


खुशियां ना दे, आराम न दे, नाम ना दे
पर चलने तो दे ए जिंदगी
बार-बार ठोकरों से गिरा न दे
यही गुजारिश थी जिंदगी से— % &

-


18 JAN 2022 AT 0:02

घर
सर्दी, नींद और थकान से मैं बहुत तंग हूं
देदी मुझे पनाह ऐ घर तेरी एहसानमंद हूं

-


16 JAN 2022 AT 22:38



चुपचाप देखता है कुछ नहीं कहता है
चांद एक दोस्त की तरह मेरे साथ साथ चलता है

-


17 DEC 2021 AT 23:24




सबके लिए समझना है मुश्किल
क्या होती है भूख
सम्मान की, प्रेम की, देखभाल की
अनाज की और रोजगार की।

-


16 DEC 2021 AT 23:49



वह फूल जो हर जगह खिलता नहीं
कितना भी चाहो पर हर किसी को मिलता नहीं
इसके लिए बनाए हैं विधाता ने कुछ देवता
भाग्य का फूल है जिनके शीश पर

-


14 DEC 2021 AT 23:52



सफर है रातभर का बहुत बोझ है मनपर
आशा,निराशा,चिंता ,नींद और अनिद्रा
कैसे भी हो रात तो कट ही जायेगी
बस सफर है यह रातभर का

-


29 NOV 2021 AT 23:45


अब किस से क्या कहूं मैं
क्योंकर करूं शिकायत
किसीकी खता नही है
बस वक्त से ही है कहना
क्यों भला रहे खफा
मेरे अपने नही हुए तुम।

-


27 NOV 2021 AT 22:05



अपनों का दूर जाना
दिखावटी मुस्कुराना
उनको न भूल पाना
अकेले समय बिताना
कौन चाहता है?

-


Fetching manju singh Quotes