Aaj rone ka bahut man hai mammy...
Bas aapke gale lag ke jee bhar ke rona chahti hu....
Lekin na apka phone aata hai.. Na aap aati hai...
Apse bahut dher sari krni h mammy...
Vapas aa jao na mammy...-
माँ आपकी बहुत याद आती है
जब भी मैं पहले घबरा जाती थी, तो मां आप मुझे अपने गले लगा लेती थी,
अब जब भी मैं परेशान होती हूँ, तो अकेले एक कोने में बैठ के खूब सारा रो लेती हूँ,
माँ क्यों अपने मन की बात आप से नहीं कर पाती हूँ
माँ आपको गले लगाने का बहुत मन करता है
आपकी गोद पे अपना सर रखना चाहती हूँ!
माँ आपकी बहुत याद आती है....-
मेरी हजारों उलझनों के बीच माँ का मुसकुराना सुकून दे जाता था। आपकी याद आती है। आपसे बेहतर कोई मुझे समझ नहीं सकता। आपने हर जिद पूरी हैं की मेरी, आप क्यो चली गयी।
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एक मां के ना होने से घर कितना सूना लगता है.
चांद-सितारे, झूमे-झूमे, रोज़ सफ़र में हैं लेकिन, मां बिछुड़ जाए तो अम्बर कितना सूना लगता है.
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क्यों नाराज हूँ खुद से जवाब नहीं आता
परेशान हूँ खुद से कुछ समझ नहीं आता!!-
Kabhi kisi din bahut thak jati hu..
Jab puchhane wala koi nhi hota hai...
Tab tum bahut yaad aati ho mammy...!-
Bas akele rah gai hu...
Apke jaane k baad mammy
Na koi hai.... Na koi tha
Jindagi k is safar me...-
माँ तुम कहाँ चली गईं
क्यों मुझ को अकेला छोड़ गईं
हर पल हूँ तुम को ढूंढती
शायद मिल जाओ छिपी कहीं।
हर कुछ दिन बाद तुम्हारा
मुझ को यह संदेश पहुँचाना
बिटिया कब तू आएगी?
बाट जोह रहे नैना ।-
Din to kaise bhi nikal jata h mammy
Ye rat nhi gujarati...
Apki yaad aati h bahut yaad aati h mammy...-
सबकी जरूरत पूरी करते करते खुद को भूल जाती हूँ,
खुद से मिलने वाला कोई नहीं,
तब "माँ तुम बहुत याद आती हो"-