Manisha Ji   (© M@nisha ji)
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Hay! There I am using your quote !
UPSC Aspirant..
Joined 27 October 2020


Hay! There I am using your quote !
UPSC Aspirant..
Joined 27 October 2020
13 SEP 2021 AT 0:38

दिल बहुत दुखा है हमारा,तेरा दिल दुखाने के बाद।।
बहुत चिखे-चिल्लाएं है हमनशी,तेरे ख़ामोश हो जाने के बाद।।
तेरी बातों, और तस्वीरों तो कभी यादों के सहारे
जागते रह गये है हम,तेरे सो जाने के बाद।।

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18 JUL 2021 AT 23:14

सुबह अश्कों से तर मिला हर इक़ पन्ना दिल की किताब का//
कहने को तो पूरी रात उसके कांधे पर सर था मेरा..

दिल की सलाखों में कैद हूं मुद्दत़ो से तन्हा पंछी की तरह//
जैसे वादों की बेड़ियां तोड़ परिंदों सा उड़ गया हमसफ़र मेरा...

मेरे तवील इंतजार की गवाह़ है वो सूनी पड़ी तंग गलियां वफ़ा की //
जहां सब-ओ-सहर मेरे दिदार को भटकता था वो रहगुजर मेरा...

हद़-ए-मौहब्बत में कुर्बान की है अपनी सांसें मेरे हमनवां ने//
मुझे जीने के लिए यादों का शहर दे गया दिलबर मेरा..

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13 JUL 2021 AT 4:57

मौला़ शिफाअत रखें सदा इन आंखों पर//
जिनमें मुझे मेरी मां की परछाई दिखती है!!

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22 JUN 2021 AT 22:17

करके वाजिब गुनाह तेरी आजमाइश का,
ए रहब़र गवांया है तेरा उम्र भर का साथ हमने//

सदियां बीती, मगर मुस्कुरा ना सके ये लब मेरे...
ग़मे कुरब़त में खुद को कर लिया है उदास हमने//

जिसे चूमा था एक बार तूने वही पवित्र ग्रंथ हूं मैं..
व़फा की गर्दिशों में खुद को कर लिया है कुरान हमने//

बरसा कर अब्र भूल गए,तेरी यादों के हर ठिकाने को...
बिछड़कर तुझसे हर दिन किया है, मौत का एहसास हमने//

ना मिल सके जहां में,, तो रब के घर मुलाकात होगी...
समेट कर जज्बातो को , पहन लिया है सब्र का लिबास हमने//

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4 JUN 2021 AT 20:13

म़ौसमें ब़हार/////

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26 FEB 2021 AT 14:33

मेरे महबूब__________..

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28 JAN 2021 AT 20:44

यादें...!!!!

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4 DEC 2020 AT 16:55

बहुत तकलीफ़ सह चुकी है
कोरे काग़ज़ पर चलती क़लम मेरी!
अब तो लिफ़ाफे के पन्ने भी
उसे भूलाने की दरख्वास्त करतें हैं!!

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16 NOV 2020 AT 19:19

वक्त के हाथों फर्श पर आइना सी छूट चुकी हूं मैं!
मेरे किस टुकड़े से मौहब्बत़ करोगे तुम,?
उल्फ़त-ए-वफ़ा में रेज़ा-रेज़ा टूट चुकी हूं मैं!!

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10 NOV 2020 AT 19:12

726...,

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