Manisha Barnwal  
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Joined 21 June 2020


Joined 21 June 2020
2 MAR 2022 AT 19:55

कभी सोचा ना था वो भी दिन आऐंगे,
आप कहीं और हम कहीं और मुस्कुराएंगे ।
साथ चलते -चलते हम ऐसे बिछड़ जाएंगे ,
एक रोज हम फिर अजनबी की तरह मिलने आऐंगे।।

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2 MAR 2022 AT 19:53

तुझ -सा तलाशने की बहुत कोशिश की हमने,
पर मिला कोई ना।
तुझ संग रहने कि कोशिश बहुत की हमने ,
पर तू मुझे मिला ना।।
मेरी मंज़िल तुझसे ही शुरू थी और,
तूझपे हीं खत्म,
पर ये सिलसिला कभी चला ना।

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2 MAR 2022 AT 19:48

हाँ, मैंने इश्क़ का रंग रूप देखा है,
तेरी आँखों में उसकी गहराई देखी है,
तेरे हाथों में उसका साथ देखा है,
तेरी बातों में उसकी सच्चाई देखी है,
तेरे चेहरे पर उसकी सादगी देखी है,
तेरी मुस्कान में मैंने सारे रंगों को देखा है,
हाँ, मैंने इश्क़ का रंग रूप देखा है।

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2 MAR 2022 AT 19:35

रिश्ते कभी -कभी इतने कडवे हो जाते हैं ,
कि उसमे कितना भी शहद घोल ले वह मीठा नहीं हो सकता।
मगर वही रिश्ते आपके बुरे दिन में शामिल हों और साथ दे,
तो वह मीठा नहीं बल्कि अमृत बन जाता है।

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11 JAN 2022 AT 12:52

राधा बिन कान्हा अधुरे,
कान्हा बिन राधा अधुरी है।
प्रेम की जो परिभाषा देते हैं,
राधा कान्हा एक हैं।

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11 JAN 2022 AT 12:39

ना देखा क्या खोया उसने,
ना देखा क्या पाया है,
फिर भी उसके लब पर देखो,
सिर्फ राधे-राधे ही आया है।

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11 JAN 2022 AT 12:24

प्रेम में तेरे कान्हा,
राधा की परछाई भी
कान्हा -सी हो गई।

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11 JAN 2022 AT 12:08

तुझ -सा तलाशने की बहुत कोशिश की हमने,
पर मिला कोई ना।
तुझ संग रहने कि बहुत कोशिश की हमने ,
पर तू मुझे मिला ना।।
मेरी मंज़िल तुझसे ही शुरू थी और तुझपे ही खत्म,
सोचा था हमने पर ऐसा हुआ ना।।।

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11 JAN 2022 AT 11:39

छोड़ दिया उस रास्ते पर चलना,
जिस रास्ते से तुम जुड़े थे।
छोड़ दिया अब वैसा भरोसा करना,
जैसा कभी तुमसे किया करते थे।।
रिश्ते के शुरुआत में,
हर चीज़ को यादें समझ कर समेटने को जी करता है।
रिश्ते के अंत में,
वही यादें बस मन में भारी बोझ बन कर रह जाती है।।
जब खोने का डर नहीं होता है,
तब लोग बातें करने के बहाने ढुँढते है।
जब हकीकत में उनकी जरुरत होती है ,
समय पर पाबंदियों का पाठ पढाने आते हैं।। ..........

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8 JAN 2022 AT 21:47

माना तकलीफ थी तेरे मन में मगर बताया तो होता,
दोस्ती के नाते ही सही मगर हक जताया तो होता,
सुना है नदियों से मिलकर ही समुन्दर बनते हैं,
हर बार ना सही लेकिन एक बार विश्वास बनाया तो होता।

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