मैं तुझे फिर मिलूँगा...
कहाँ कैसे पता नहीं
शायद तेरी कल्पनाओं
की प्रेरणा बन कर,
तेरे कैनवास पर उतरुँगा
या तेरे कैनवास पर,,
एक रहस्यमयी लकीर बन
ख़ामोश तुझे देखता रहूँगा
मैं तुझे फिर मिलूँगा
कहाँ कैसे पता नहीं ।
~ अमृता प्रीतम
-
manish sharma
(Vicky sahab~~♌ ⛎)
485 Followers · 468 Following
Male writer............. ✍️
जय सनातन 🚩🚩🚩
Wlcm in the Queendom of Radhika
श्री राधे राधे �... read more
जय सनातन 🚩🚩🚩
Wlcm in the Queendom of Radhika
श्री राधे राधे �... read more
Joined 7 March 2023
21 MAY AT 21:16
21 MAY AT 13:41
कल खेल मे, हम हो ना हो
गर्दिश मे तारे रहेंगे सदा
भूलेंगे वो,, भूलोगे तुम
पर हम तुम्हारे रहेंगे सदा 🫶
चलता हूं sweet❤️
Tc
Urs.....
Love you so much
-
20 MAY AT 15:35
जीत और हार के निशान ना तलाशीऐ,,,
ज़िंदगी थोड़ी है... जैसे पसंद आए waise गुज़ारिऐ।।
-
20 MAY AT 7:23
आ कर मेरे ख्यालों में
बड़ा एहसान करते हो... अधूरे रिश्ते को पूरा कर देते हो।।
-
19 MAY AT 21:12
रूप तेरा ऐसा दर्पण मे ना समाए
खुशबु तेरे बदन की मधुबन मे ना समाए
सोच कर तुम्हें मिलती है खुशी जितनी
छलक जाती हैं अंखिया,, ये दिल मे ना समाए।।
-
19 MAY AT 12:47
मेरे hi ख्वाबों ki ताबीर ho
कितनी sunder कितनी hassen हो
Dil की rahat हो dil का sukoon हो
Mere इश्क़ ki परछाई ho
तुम meri सच्चाई ho
-