चलना होगा कठिन दौर के ऊबड़ खाबड़ रास्ते पर चलना होगा मिले राह में रोड़ा तो उससे भी निपटना होगा चलना होगा मायूसी के पंख लगाएं जो जिंदगी उससे उड़कर फिर से तैरना होगा चलना होगा मन की उदासी को खुद पर हावी न होने देना अपनी ही धुन में इक नई राग संग राह में गुनगुनाते रहना होगा चलना होगा