manika shrivastava   (Manika Shrivastav (Maaya))
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Joined 2 May 2020


Joined 2 May 2020
2 MAY AT 8:02

मन में हैं माधव
आँखों में भी माधव
जित देखूँ मैं उत-उत माधव


कृपा करो दासी पर
मेरे मन की इच्छा
हर पल पूँजूँ तुमको माधव


हरे कृष्ण हरे कृष्ण
कृष्ण कृष्ण हरे हरे
🙏हरे राम हरे राम🙏
🙏राम राम हरे हरे🙏

💐💐सुप्रभात💐💐

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2 MAY AT 8:00

मन में हैं माधव
आँखों में भी माधव
जित देखूँ मैं उत-उत माधव

कृपा करो दासी पर
मेरे मन की इच्छा
हर पल पूँजूँ तुमको माधव


हरे कृष्ण हरे कृष्ण
कृष्ण कृष्ण हरे हरे
🙏हरे राम हरे राम🙏
🙏राम राम हरे हरे🙏

💐💐सुप्रभात💐💐

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1 MAY AT 7:52

राधे राधे जपो, श्याम आ जाएँगे

राधे नाम से सब काम बन जाएँगे


काम बन जाएँगे, नाम भी हो जाएँगे

बस नाम के सहारे सब तर जाएँगे


हरे कृष्ण हरे कृष्ण
कृष्ण कृष्ण हरे हरे
🙏हरे राम हरे राम🙏
🙏राम राम हरे हरे🙏


💐💐सुप्रभात💐💐

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27 MAR AT 8:21

हे माधव! राधे राधे पुकारूँ मैं तो

तन मन श्याम श्याम हो जाता है


जिसने भी किया सुमिरन राधे का

श्याम उसका सदा को हो जाता है


हरे कृष्ण हरे कृष्ण
कृष्ण कृष्ण हरे हरे
🙏हरे राम हरे राम🙏
🙏राम राम हरे हरे🙏

💐💐सुप्रभात💐💐

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25 MAR AT 19:07

मन में हों हरि तो वाणी में मिठास

कानों में हरि तो विचार लाजवाब


आँखों में हरि तो ज्ञान का प्रकाश

सब है संभव हो गर हरि पे विश्वास



हरे कृष्ण हरे कृष्ण
कृष्ण कृष्ण हरे हरे
🙏हरे राम हरे राम🙏
🙏राम राम हरे हरे🙏

💐💐सुप्रभात💐💐

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25 MAR AT 9:05

भगवन ना चाहूँ भव्य वैभव

ना ही चाहूँ दुनिया सारी


बस दे दो शरण चरण में

मैं जाऊँ राधामाधव पे बलिहारी


हरे कृष्ण हरे कृष्ण
कृष्ण कृष्ण हरे हरे
🙏हरे राम हरे राम🙏
🙏राम राम हरे हरे🙏


💐💐सुप्रभात💐💐

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23 MAR AT 23:49

साँसों की डोर तुम्हारे हाँथों में

मेरी नैय्या की पतवार तुम्हारे हाँथों में


रखो अपने चरणों में मेरे माधव

मैंने सौंप दिया जीवन तुम्हारे हाँथों में


हरे कृष्ण हरे कृष्ण
कृष्ण कृष्ण हरे हरे
🙏हरे राम हरे राम🙏
🙏राम राम हरे हरे🙏


💐💐सुप्रभात💐💐

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21 FEB AT 8:43

दिखती राधा, छवि में तुम्हारी

तुम्हारा ही रंग रूप लिए हैं

कहाँ अलग हो तुम और राधा

बस नाम हमने ही दे दिए हैं



हरे कृष्ण हरे कृष्ण
कृष्ण कृष्ण हरे हरे
🙏हरे राम हरे राम🙏
🙏राम राम हरे हरे🙏

💐💐सुप्रभात💐💐

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19 FEB AT 7:46

कान्हा हैं मन में, कि कान्हा का है मन, या कान्हा ही मन हैं

सोचे क्या रे प्राणी, सब कुछ कान्हा का, बस तेरा ये तन है



हरे कृष्ण हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण हरे हरे
🙏हरे राम हरे राम, राम राम हरे हरे🙏

💐💐सुप्रभात💐💐

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18 FEB AT 8:49

गए तो नहीं हो दुनिया से
फिर छिपे कहाँ बैठे हो ?

तरसूँ तेरे दरस को कान्हा
बोलो तुम मुझसे क्यूँ रूठे हो?

मुझसे क्यूँ रूठे हो माधव
भेद ज़रा बतलाओ तुम

कैसे मनाऊँ तुमको प्रभु
राह तनिक दिखलाओ तुम

तुमसे आशा जीवन की सारी
इस भवसागर से पार लगाओ तुम

हरे कृष्ण हरे कृष्ण
कृष्ण कृष्ण हरे हरे
🙏हरे राम हरे राम🙏
🙏राम राम हरे हरे🙏

💐💐सुप्रभात💐💐

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