राधारानी के माधव, तुमसा दूजा ना कोई
दया करो दासी पर, तुम्हरी कृपा से सब होई
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे
🙏हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे🙏
💐💐सुप्रभात💐💐-
पाऊँ कैसे मन का संतोष
मन उलझा है मायाजाल में
करो कृपा अब माधव मेरे
हरपल सुमिरूँ
तुमको इस कलिकाल में
हरे कृष्ण हरे कृष्ण
कृष्ण कृष्ण हरे हरे
🙏हरे राम हरे राम🙏
🙏राम राम हरे हरे🙏
💐💐सुप्रभात💐💐-
फँसी हुई हूँ, भवसागर में
माधव, अब पार लगा दो
उजड़ा है भक्ति का बाग
कृपा कर इसे खिला दो
हरे कृष्ण हरे कृष्ण
कृष्ण कृष्ण हरे हरे
🙏हरे राम हरे राम🙏
🙏राम राम हरे हरे🙏
💐💐सुप्रभात💐💐-
रहे दुनिया व्यस्त, भागे यहाँ - वहाँ
ना जाने किसको चाहिए कौन जहाँ
गिरिधर मेरे, मुझपर दया बरसाओ
ढूंढें अंखियाँ तुम्हें, देखूँ जहाँ- जहाँ
हरे कृष्ण हरे कृष्ण
कृष्ण कृष्ण हरे हरे
🙏हरे राम हरे राम🙏
🙏राम राम हरे हरे🙏
💐💐सुप्रभात💐💐
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हरे कृष्ण हरे कृष्ण
कृष्ण कृष्ण हरे हरे
🙏हरे राम हरे राम🙏
🙏राम राम हरे हरे🙏
💐💐सुप्रभात💐💐
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तुम्हीं हो बंधु सखा तुम्हीं हो
तुम्हीं तो हो दासी के सहारे
रखना चरणों में सदा मुझको
तुम्हीं ही हो पालनहार हमारे
हरे कृष्ण हरे कृष्ण
कृष्ण कृष्ण हरे हरे
🙏हरे राम हरे राम🙏
🙏राम राम हरे हरे🙏
💐💐सुप्रभात💐💐-
हरे कृष्ण हरे कृष्ण
कृष्ण कृष्ण हरे हरे
🙏हरे राम हरे राम🙏
🙏राम राम हरे हरे🙏
💐💐सुप्रभात💐💐
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मन भटके दुनियादारी में
भागे हरपल
क्यों है बैचैन हृदय
हल कुछ ना सूझा
जो हो राधे की पूजा
माधव की सेवा
क्यूँ हो किसी को फिर
कोई काम दूजा
हरे कृष्ण हरे कृष्ण
कृष्ण कृष्ण हरे हरे
🙏हरे राम हरे राम🙏
🙏राम राम हरे हरे🙏
💐💐सुप्रभात💐💐-
दरस दो घनश्याम मेरे
तरसें मेरे नयन बेचारे
तुम्हीं से जीवन-साँसें
हूँ माधव तुम्हरे सहारे
हरे कृष्ण हरे कृष्ण
कृष्ण कृष्ण हरे हरे
🙏हरे राम हरे राम🙏
🙏राम राम हरे हरे🙏
💐💐सुप्रभात💐💐-
मेरे गिरिधर मेरे गोपाल
तुमसा दूजा ना कोई
जो हूँ तुम्हरी शरण में
छुए दुख मुझे ना कोई
हरे कृष्ण हरे कृष्ण
कृष्ण कृष्ण हरे हरे
🙏हरे राम हरे राम🙏
🙏राम राम हरे हरे🙏
💐💐सुप्रभात💐💐-